तितलियों का पीछा मत करो Don’t Chase Butterflies
एक छोटे लड़के ने अपने दादाजी से पूछा,
“दादाजी, मैं एक सितारा बनना चाहता हूँ, मैं फिल्मों में काम करना चाहता हूँ। जब मैं बड़ा हो जाऊँगा, तो मैं दुनिया देखना चाहता हूँ, शानदार गाड़ियाँ चलाना चाहता हूँ और काँच के घर में रहना चाहता हूँ। हाँ, मैं सचमुच सफल और महान बनना चाहता हूँ। तो मुझे बताइए, मैं अपने सभी लक्ष्यों का पीछा कैसे करु और उन्हें जल्दी कैसे पाउँ?”
दादाजी एक पल के लिए रुके, पीछे मुड़े और फिर उन्होंने एक फूल पर नाचती हुई एक विशाल और बहुत सुंदर तितली को देखा। उन्होंने तुरंत कहा :
“अरे वाह! कितनी शानदार तितली है! अब, जल्दी करो . . . जल्दी करो और इसका पीछा करो! इसे पकड़ना मत भूलना! इसे उड़ने मत दो! जल्दी करो!”
छोटा लड़का जल्दी से तितली की ओर दौड़ा, लेकिन जैसे ही उसने उसे पकड़ने की कोशिश की, तितली अचानक हवा में उड़ गई। वह उसका पीछा करता रहा, उसे पकड़ने की कोशिश करता रहा, लेकिन वह इतनी तेज़ी से उड़ रही थी कि उसे पकड़ना बहुत मुश्किल था। वह बगीचे के चारों ओर तब तक दौड़ता रहा, जब तक वह थक नहीं गया और तितली अब उसे दिखाई नहीं दे रही थी। हाँफते हुए, वह अपने दादाजी के पास लौटा और हांफते हुए बोला :
“दादाजी, मैं उसे पकड़ नहीं पाया! वह उड़ गई!”
दादाजी एक पल के लिए मुस्कुराए, फिर उन्होंने बच्चे का हाथ पकड़कर उसे बिठा दिया। उन्होंने बच्चे के शांत होने तक इंतजार किया, फिर धीरे से कहा :
“सुनो मेरे बेटे, मैं तुम्हें जीवन का एक अनमोल सबक सिखाता हूँ। अगर तुम अपना समय तितलियों के पीछे भागने में बिताओगे, तो वे उड़ जाएँगी। लेकिन, अगर तुम अपना समय एक सुंदर बगीचा बनाने में बिताओगे, तो तितलियाँ तुम्हारे पास खुद आएंगी।”
“देखिए, वह तितली आपके जीवन के लक्ष्यों की तरह है। सफलता की राह में, तत्कालिक लक्ष्यों की खोज में उलझ जाना आसान है, जो जीवन की क्षणभंगुर तितलियों की तरह हैं। लेकिन असली जादू तब होता है, जब हम कुछ ठोस बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जैसे एक सुंदर बगीचा उगाना। तितली रुपी सफलता का लगातार पीछा करने के बजाय, अपनी ऊर्जा को सृजन में लगाएं। कुछ सार्थक बनाएं, चाहे वह कोई योजना हो, कोई कौशल हो या कोई रिश्ता हो। आपके द्वारा विकसित सुंदरता अवसरों, अनुभव और सफलता को आकर्षित करेगी।”
सीख :
“सफलता धैर्य और मेहनत का खेल है।
जब दूसरे लोग भाग्य का इंतजार करते हैं, तब सफल लोग :
“नए कौशल सीखते है,
शांति से तैयारी करते है,
जब कोई देख नहीं रहा हो, तब भी निरंतर तैयारी करते रहते है “
भाग्य एक बार दरवाज़ा खोल सकता है, लेकिन तैयारी हर दरवाज़ा खुला रखती है।
मेहनत करो।
धैर्य रखो।
इसी के साथ हम इस Article को यही पूरा करते हैं। आशा करता हूँ की यह कहानी आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी। अगर आप इस Article से प्रेरित हुए हो, तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ यह जानकारी जरुर साझा करें एवं नई-नई जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट articletree.in को अवश्य विजिट करें। हमारे ब्लॉग पर आने के लिए आपका धन्यवाद !

