प्रेरणादायक लघु कथाएँ Inspiring Short Stories in hindi with life lessons

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प्रेरक लघु कहानियाँ बच्चों को सुलाने से पहले का सबसे अच्छे तरीकों में से एक है। ये हमें भी तनावमुक्त होने के सबसे अच्छे तरीके में से एक है। ये न सिर्फ़ आपको सुकून के पल देती है, बल्कि आपके जीवन में सार्थक बदलाव भी लाती है।

इन प्रेरक लघु कहानियों से आपको अनमोल सबक मिलेंगे, जो जीवन की चुनौतियों का सामना करने में आपकी मदद कर सकती है। यहाँ, जीवन के कुछ ऐसे मार्मिक सबक दिए गए है, जो आपके दिल को छू लेंगे और आपकी आत्मा को प्रेरित करेंगे।

एक मूल अमेरिकी कहावत है जो, अगर आप गौर से देखें तो वाकई सार्थक लगती है। कहावत है, “कहानियाँ सुनाने वाले दुनिया पर राज करते है।”

1).देने की ख़ुशी

देने की ख़ुशी

एक दिन, टिशू बेचने वाला एक छोटा बच्चा एक लग्ज़री कार के पास से गुज़रा और उसके मालिक से एक टिशू पैकेट खरीदने को कहा। उस आदमी ने बच्चे से सारे टिशू ले लिए और उसे 10 डॉलर दिए।

बच्चा दस डॉलर पाकर बहुत खुश हुआ और उस आदमी का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा किया। फिर वह जूतों की दुकान पर गया और बड़े दुःख से उन आलीशान जूतों को देखने लगा, क्योंकि उसके पास पुराने जूते थे जिन्हें उसने सालों से नहीं बदले थे। बच्चा नए जूते खरीदना चाहता था, लेकिन जूतों की कीमतें बहुत ज़्यादा थी, क्योंकि जूतों की कीमत 60 डॉलर से शुरु होती थी, और उसके पास सिर्फ 10 डॉलर थे।

इसी बीच, जिस अमीर आदमी ने उसे 10 डॉलर दिए थे, उसकी नज़र उस पर पड़ी, तो वह अपनी कार से उतरा, जूतों की दुकान में गया और थोड़ी देर बाद वहाँ से चला गया। फिर वह अपनी कार में बैठकर चला गया।

थोड़ी देर बाद दुकान का मालिक बाहर आया, दुकान की खिड़की खोली और एक कागज लगाया, जिस पर लिखा था, “भोज के अवसर पर किसी भी जूते के लिए केवल 10 डॉलर।”

यह छूट देखकर बच्चा बहुत खुश हुआ और ऑफर खत्म होने से पहले ही नए जूते खरीदने के लिए जल्दी से दुकान के अंदर चला गया। बच्चे ने भूरे रंग के जूते चुने, जिनकी कीमत छूट से पहले $100 थी। बच्चे ने जूते के लिए पैसे दिए, उन्हें लिया और एक ऐसी खुशी महसूस करते हुए चला गया जो उसने पहले कभी महसूस नहीं की थी।

जब बच्चा दुकान से चला गया तो दुकान मालिक ने “$10” लिखा हुआ कागज ले लिया और पुरानी कीमतें फिर से लगा दी।

प्रिय पाठक, आप कल्पना कर सकते है की दुकान मालिक ने कीमतें इस तरह कम क्यों कीं।

कहानी का सार : जो ख़ुशी किसी जरुरियातमंद को कुछ देने में है, वह अद्भुत होती है।

2).गरीब भिखारी

गरीब भिखारी Poor Begger

बरसात के एक दिन, एक गरीब भिखारी सड़क के बीचों-बीच खड़ा था। लोग उसे घृणा से देख रहे थे और किसी ने उसकी मदद करने की ज़हमत नहीं उठाई। बारिश रुकने के बाद, वह आदमी एक पाँच सितारा होटल में दाखिल हुआ।

रिसेप्शनिस्ट ने उससे कहा, “यहाँ भीख माँगना मन है। “

उस आदमी को गुस्सा आया और उसने अपनी जेब से B1 चाबी निकाली। यह चाबी होटल के सबसे आलीशान और बेहतरीन कमरे की थी।

फिर उसने रिसेप्शनिस्ट से कहा, “मैं एक घंटे में नीचे जाउँगा। मेरी गाड़ी तैयार कर दो। “

रिसेप्शनिस्ट बहुत हैरान हुआ और मन ही मन सोचने लगा : कचरा बीनने वालों के कपड़े इस आदमी के कपड़ो से तो अच्छे है!

एक घंटे बाद, वह आदमी एक अच्छा सा सूट पहने कमरे से बाहर आया। वह अपनी कार मैं बैठा, रिसेप्शनिस्ट को बुलाया और उसने पूछा, “तुम्हारी तनख्वाह कितनी है?”

रिसेप्शनिस्ट : “$1000.”

आदमी : “क्या आप अपनी तनख्वाह बढ़ाना चाहते है?”

रिसेप्शनिस्ट : “जी हाँ, ज़िंदगी बहुत मुश्किल है, और हम सब महँगाई से परेशान है।”

आदमी : “क्या यहाँ भीख माँगना मना नहीं है?”

रिसेप्शनिस्ट शर्मिंदा हुआ और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। जब वह आदमी साधारण कपड़े पहने हुआ था, तब उसने उसके साथ बुरा व्यवहार किया था, लेकिन जब उसने देखा की वह एक अमीर आदमी है, तो उसने उसके साथ अच्छा व्यवहार किया और उसे “सर!” कहकर संबोधित किया।

कहानी का सार : अगर आप गरीबों की मदद नहीं कर सकते, तो कमसे कम उनका तिरस्कार न करें।

3).ख़राब कपड़े धोना

ख़राब कपड़े धोना

एक युवा जोड़ा नए घर में शिफ्ट हुआ। अगली सुबह जब वे नाश्ता कर रहे थे, तो युवती ने अपनी पड़ोसन को बाहर कपड़े लटकाते देखा। “उसके कपड़े ज़्यादा साफ़ नहीं है; उसे ठीक से कपड़े धोना नहीं आता। शायद उसे अच्छे डिटर्जेंट की ज़रुरत है।”

उसका पति चुपचाप देखता रहा। हर बार जब उसकी पड़ोसन अपने कपड़े बाहर सुखाने के लिए लटकाती, तो युवती यहीं बातें कहती।

एक महीने बाद, युवती को रस्सी पर साफ-सुथरे कपड़े देखकर आश्चर्य हुआ और उसने अपने पति से कहा, “देखो, उसने आखिरकार सही तरीके से कपड़े धोना सीख लिया है। मुझे आश्चर्य है की उसे यह किसने सिखाया?”

पति ने जवाब दिया, “मैं आज सुबह जल्दी उठा और हमारी खिड़कियाँ साफ़ कीं।”

और ज़िंदगी के साथ भी ऐसा ही है… दूसरों को देखते हुए हम जो देखते है, वह उस खिड़की की स्पष्टता पर निर्भर करता है जिससे हम देखते है। इसलिए दूसरों का आकलन करने में जल्दबाज़ी न करें, खासकर अगर वे क्रोध, ईर्ष्या, नकारात्मकता या अधूरी इच्छाओं से घिरे हों।

कहानी का सार : “किसी व्यक्ति का आकलन यह नहीं बताता की वह कौन है, लेकिन यह बताता है की आप कौन है।”

4).मूल्य

तुम ख़ास हो

याद रखो – आप ख़ास हो

एक लोकप्रिय वक्ता ने एक सेमिनार की शुरुआत 20 डॉलर का नोट उठाकर की। उसे सुनने के लिए 200 लोगों की भिड़ जमा हुई थी। उसने पूछा, “यह 20 डॉलर का नोट कौन लेगा?”

200 हाथ ऊपर उठे।

उसने कहा, “मैं यह 20 डॉलर आप में से किसी एक को दूँगा, लेकिन पहले मुझे यह करने दो।” उसने नोट को मोड़कर रख दिया।

फिर उसने पूछा, “इसे अब कौन लेना चाहता है?”

सभी 200 हाथ अभी भी उठे हुए थे।

“अच्छा,” उसने जवाब दिया, “अगर मैं ऐसा करु तो क्या होगा?” फिर उसने नोट ज़मीन पर गिरा दिया और अपने जूतों से उस पर पैर पटक दिया।

उसने उसे उठाया और भीड़ को दिखाया। नोट पूरी तरह से मुड़ा हुआ और गंदा था।

“अब इसे कौन लेना चाहता है?”

सभी हाथ फिर भी ऊपर ऊठे।

“मेरे दोस्तों, मैंने अभी-अभी तुम्हें एक बहुत ही ज़रुरी सबक सिखाया है। मैंने पैसों के साथ चाहे जो भी किया हो, तुम फिर भी उसे चाहते थे क्योंकि उसकी कीमत कम नहीं हुई। उसकी कीमत अब भी $20 थी। ज़िंदगी में कई बार ज़िंदगी हमें कुचल देती है और मिट्टी में मिला देती है। हम गलत फ़ैसले लेते है या बुरे हालातों का सामना करते है। हम खुद को बेकार समझते है। लेकिन चाहे कुछ भी हो गया हो या आगे भी होगा, तुम अपनी क़ीमत कभी नहीं खोओगे। आप ख़ास हो – इसे कभी मत भूलना!”

कहानी का सार : अपना मूल्य किसी और से कम मत समझिए। याद रखो – आप ख़ास हो – इसे कभी मत भूलना!

5).बुद्धिमान बुजुर्ग और चुटकुले

बुद्धिमान बुजुर्ग और चुटकुले

एक बार एक बुद्धिमान बुजुर्ग व्यक्ति का सामना ऐसे लोगों के समूह से हुआ जो बार-बार एक ही समस्या के बारे में शिकायत कर रहे थे।

एक दिन, उनकी शिकायतें सुनने के बजाय, उन्होंने उन्हें एक चुटकुला सुनाया और सब लोग हँसने लगे। फिर, उस बुद्धिमान बुजुर्ग ने चुटकुला दोहराया। कुछ लोग मुस्कुराए।

आखिरकार, उस बुजुर्ग ने तीसरी बार चुटकुला दोहराया – लेकिन किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

वह बुद्धिमान बुजुर्ग व्यक्ति मुस्कुराया और बोला, “तुम एक ही चुटकुले पर बार-बार नहीं हँसोगे। तो एक ही समस्या के बारे में शिकायत करते रहने से तुम्हें क्या मिलेगा?”

कहानी का सार : अगर तुम एक ही समस्या के बारे में शिकायत करते रहोगे और उसे ठीक करने के लिए कुछ नहीं करोगे, तो तुम कहीं नहीं पहुँचोंगे। शिकायत करने में अपना समय बर्बाद मत करो, यह उम्मीद करते हुए की दूसरे लोग तुम्हारी शिकायतों पर प्रतिक्रिया देते रहेंगे। इसके बजाय, बदलाव लाने के लिए कदम उठाओ।

6).आइसक्रीम की एक डिश

आइसक्रीम की एक डिश An Ice Cream Dish

उन दिनों में जब आइसक्रीम संडे की कीमत बहुत कम होती थी, एक 10 साल का लड़का एक होटल के कॉफ़ी शॉप में गया और एक मेज़ पर बैठ गया। एक वेट्रेस ने उसके सामने पानी का एक गिलास रखा।

“आइसक्रीम संडे कितने का है?”

“50 सेंट,” वेट्रेस ने जवाब दिया।

छोटे लड़के ने अपनी जेब से हाथ निकाला और उसमें रखे सिक्कों को देखा।

“सादे आइसक्रीम की एक डिश कितने की है?” उसने पूछा। कुछ लोग अब टेबल का इंतजार कर रहे थे और वेट्रेस थोड़ी अधीर थी।

“35 सेंट,” उसने रुखेपन से कहा।

छोटे लड़के ने फिर सिक्के गिने। “मैं सादा आइसक्रीम लूँगा,” उसने कहा।

वेट्रेस आइसक्रीम लेकर आई, बिल मेज़ पर रखा और चली गई। लड़के ने आइसक्रीम खत्म की, कैशियर को पैसे दिए और चला गया।

जब वेट्रेस वापस आई, तो उसने मेज़ पोंछना शुरु कर दिया और फिर जो देखा उसे देखकर उसकी साँस अटक गई।

वहाँ, खाली बर्तन के पास बड़ी सफ़ाई से रखे हुए थे, 15 सेंट – उसकी टिप।

कहानी का सार : दूसरों को पहली नज़र में आंकने में जल्दी मत किजिए। अक्सर वे लोग, जिनसे हम मदद की उम्मीद भी नहीं करते, वही सबसे ज़्यादा उदारता से देते है।

7).ज़िंदगी में हर किसी की एक कहानी होती है

ज़िंदगी में हर किसी की एक कहानी होती है

ट्रेन की खिड़की से बाहर देख रहा एक 24 साल का लड़का चिल्लाया…

“पापा, देखो पेड़ पीछे जा रहे है!”

पापा मुस्कुराए और पास बैठे एक युवा दंपति ने 24 साल के लड़के के बचकाने व्यवहार को दया से देखा, अचानक वह फिर से चिल्लाया…

“पापा, देखो बादल हमारे साथ दौड़ रहे है!”

दंपति खुद को रोक नहीं पाए और बुजुर्ग से बोले…

“आप अपने बेटे को किसी अच्छे डॉक्टर के पास क्यों नहीं ले जाते?”

बुजुर्ग मुस्कुराए और बोले…”मैं ले गया था और हम अभी अस्पताल से ही आ रहे है, मेरा बेटा जन्म से ही अंधा था, आज ही उसकी आँखे खुली है।”

कहानी का सार : इस धरती पर हर एक व्यक्ति की एक कहानी होती है। लोगों को सही मायने में जानने से पहले उनके बारे में राय न बनाएँ। सच्चाई आपको चौंका सकती है।

8).कुँए में गधा Donkey in the well story in hindi

कुँए में गधा Donkey In The Well

एक दिन एक किसान का गधा कुँए में गिर गया। वह घंटो तक करुण क्रंदन करता रहा, किसान सोच रहा था की क्या करे। आखिरकार, उसने फैसला किया की गधा बूढ़ा हो गया है, और कुँए को वैसे भी ढकना जरुरी है – गधे को निकालने के लिए यह सब करना ठीक नहीं था।

उसने अपने सभी पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया। सबने एक-एक फावड़ा उठाया और कुँए में मिट्टी डालने लगे। पहले तो गधे को एहसास हुआ की क्या हो रहा है और वह बुरी तरह रोया। फिर, सबको हैरानी हुई जब वह शांत हो गया।

कुछ फावड़े भरने के बाद, किसान ने आखिरकार कुँए में झाँका। उसने जो देखा उससे वह दंग रह गया। उसकी पीठ पर पड़ने वाली हर फावड़े की मिट्टी के साथ, गधा कुछ अद्भूत कर रहा था। वह उसे झाड़कर ऊपर चढ़ जाता।

जैसे-जैसे किसान के पड़ोसी उस गधे के ऊपर मिट्टी डालते जाते, वह उसे झाड़कर ऊपर चढ़ जाता।

जल्द ही, सब लोग हैरान रह गए जब गधा कुँए के किनारे पर चढ़ गया और ख़ुशी-ख़ुशी दौड़ता हुआ चला गया!

कहानी का सार : ज़िंदगी आप पर मिट्टी डालेगी, हर तरह की मिट्टी। कुँए से बाहर निकलने का तरीका यही है की उसे झाड़कर ऊपर चढ़े। हमारी हर मुसीबत एक सीढ़ी है। हम बिना रुके, कभी हार न मानकर, सबसे गहरे कुँए से भी बाहर निकल सकते है!

उसे (मुसीबत को) झाड़कर ऊपर चढ़े।

9).सच्चा धन

सच्चा धन

एक लड़का था, जो एक बहुत अमीर परिवार में पला-बढ़ा था।

एक दिन, उसके पिताने उसे एक यात्रा पर ले जाने का फैसला किया, ताकि उसे दिखाया जा सके कि दूसरे लोग जो कम भाग्यशाली थे, कैसे रहते है। उसके पिता का लक्ष्य अपने बेटे को जीवन में मिली हर चीज़ की कद्र करना सिखाना था।

लड़का और उसके पिता एक खेत में रुके, जहाँ एक बहुत गरीब परिवार रहता था। उन्होंने खेत पर कई दिन बिताए, परिवार के खाने-पीने के जुगाड़ में मदद की और उनकी ज़मीन की देखभाल की।

जब वे खेत से निकले, तो उसके पिता ने अपने बेटे से पूछा कि क्या उसे अपनी यात्रा अच्छी लगी और क्या उसने इस दूसरे परिवार के साथ बिताए समय में कुछ सीखा।

लड़के ने तुरंत जवाब दिया, “यह बहुत अच्छा था, वह परिवार बहुत भाग्यशाली है!”

उलझन में, उसके पिता ने पूछा कि उसका क्या मतलब था।

लड़के ने कहा, “हमारे पास तो सिर्फ़ एक कुत्ता है, लेकिन उस परिवार के पास चार है – और उनके पास मुर्गियाँ भी है! हमारे घर में चार लोग है, लेकिन उनके पास बारह है! उनके पास खेलने के लिए कितने सारे लोग है! हमारे आँगन में एक पूल है, लेकिन उनकी ज़मीन से होकर एक नदी बहती है, जो अंतहीन है। हमारे पास बाहर लालटेन है, ताकि हम रात में देख सकें, लेकिन उनके पास खुला आसमान और खूबसूरत तारे है, जो उन्हें आश्चर्य और रोशनी देते है। हमारे पास एक आँगन है, लेकिन उनके पास आनंद लेने के लिए पूरा क्षितिज है – उनके पास दौड़ने और खेलने के लिए अनगिनत मैदान है। हमें किराने की दुकान जाना पड़ता है, लेकिन वे अपना खाना खुद ऊगा पाते है। हमारी ऊँची बाड़ हमारी संपत्ति और हमारे परिवार की रक्षा करती है,लेकिन उन्हें ऐसी सीमित संरचना की जरुरत नहीं है, क्योंकि उनके दोस्त उनकी रक्षा करते है।

पिता अवाक रह गए।

अंत में, लड़के ने कहा, “मुझे यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि अमीर लोग कैसे रहते है, वे बहुत भाग्यशाली है।”

कहानी का सार : सच्ची दौलत और खुशी भौतिक चीज़ो से नहीं मापी जाती। जिन लोगों से आप प्यार करते है, उनके साथ रहना, खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेना और आज़ादी पाना, ये सारी खुशियाँ इन भौतिक चीज़ो से कहीं ज़्यादा अनमोल है।

एक समृद्ध जीवन का मतलब अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग हो सकता है। आपके मूल्य और प्राथमिकताएँ क्या है? अगर आपके पास वो सब कुछ है जो आपके लिए ज़रुरी है, तो आप खुद को अमीर मान सकते है।

10).आलू, अंडे और कॉफ़ी बीन्स

आलू अंडे और कॉफ़ी बीन्स

एक बार एक बेटी ने अपने पिता से शिकायत की कि उसकी ज़िंदगी बहुत दुःख भरी है और उसे समझ नहीं आ रहा कि वह इससे कैसे निपटेगी। वह हर समय लड़ते-झगड़ते थक चुकी थी। ऐसा लग रहा था जैसे एक समस्या हल होती ही, की दूसरी आ जाती।

उसके पिता, जो एक रसोइया थे, उसे रसोई में ले गए। उन्होंने तीन बर्तनों में पानी भरा और हर एक को तेज़ आँच पर रख दिया। जब तीनों बर्तन उबलने लगे, तो उन्होंने एक बर्तन में आलू, दूसरे में अंडे और तीसरे में पीसी हुई कॉफ़ी बीन्स डाल दीं।

फिर उन्होंने अपनी बेटी से एक शब्द भी कहे बिना उन्हें उबलने दिया। बेटी कराहती रही और बेसब्री से इंतज़ार करती रही, सोचती रही कि पिताजी क्या कर रहे है।

बीस मिनट बाद उन्होंने गैस बंद कर दी। उन्होंने आलू बर्तन से निकालकर एक कटोरे में रख दिए। उन्होंने अंडे भी निकाले और उन्हें भी एक कटोरे में रख दिया।

फिर उन्होंने कॉफ़ी को चम्मच से निकाला और एक कप में रख दिया। फिर उसकी ओर मुड़कर उन्होंने पूछा, “बेटी, तुम्हें क्या दिख रहा है?”

“आलू, अंडे और कॉफ़ी,” उसने जल्दी से जवाब दिया।

“ज़रा ध्यान से देखो,” उसने कहा, “और आलू को छूकर देखो।” उसने ऐसा किया और देखा कि वे नरम थे। फिर उसने उसे एक अंडा लेकर उसे तोड़ने को कहा। छिलका उतारने के बाद, उसे एक कड़ा उबला हुआ अंडा दिखाई दिया। अंत में, उसने उसे कॉफ़ी की चुस्की लेने को कहा। उसकी गहरी खुशबू ने उसके चेहरे पर मुस्कान ला दी।

“पिताजी, इसका क्या मतलब है?” उसने पूछा।

फिर उन्होंने समझाया कि आलू, अंडे और कॉफ़ी बीन्स, तीनों ने एक ही विपत्ति का सामना किया था – उबलते पानी का।

हालाँकि, हर किसी की प्रतिक्रिया अलग-अलग थी।

आलू मज़बूत, कठोर और बिना रुके अंदर गया, लेकिन उबलते पानी में वह नरम और कमज़ोर हो गया।

अंडा नाजुक था, जिसका पतला बाहरी आवरण उसके तरल अंदरुनी हिस्से की रक्षा कर रहा था, जब तक कि उसे उबलते पानी में नहीं डाला गया। फिर अंडे का अंदरुनी हिस्सा सख्त हो गया।

हालाँकि, पिसी हुई कॉफ़ी बीन्स अनोखी थी। उबलते पानी के संपर्क में आने के बाद, उन्होंने पानी बदल दिया और कुछ नया बनाया।

“तुम कौन हो,” उन्होंने अपनी बेटी से पूछा। “जब विपत्ति तुम्हारे दरवाज़े पर दस्तक देती है, तो तुम कैसे प्रतिक्रिया देती हो? क्या तुम आलू हो, अंडा हो या कॉफ़ी बीन्स?”

कहानी का सार : जीवन में, चीजें हमारे आस-पास होती है, चीजें हमारे साथ होती है, लेकिन केवल वही चीज मायने रखती है,जो हमारे भीतर होती है।

आप कौन हो?

इसी के साथ हम इस Article को यही पूरा करते हैं। आशा करता हूँ की इस Article द्वारा दी गयी सीख आपके जीवन में उपयोगी साबित होगी। अगर आपको ये Article उपयोगी हुआ हो, तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ यह जानकारी जरूर साझा करें एवं नई-नई जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट articletree.in को अवश्य विजिट करें। हमारे ब्लॉग पर आने के लिए आपका धन्यवाद !

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