केएफसी का इतिहास KFC History

केएफसी की प्रेरणादायक कहानी the inspiring story of kfc in hindi

दुनियाभर में प्रसिद्ध और लोकप्रिय ब्रांड केएफसी (KFC) के बारे में हम सब जानते है। प्रस्तुत है : संघर्षों से सफलता तक : केएफसी(KFC) की प्रेरणादायक कहानी – केंटकी फ्राइड चिकन (केएफसी)

केएफसी(KFC) की प्रेरणादायक कहानी

जिस उम्र में ज़्यादातर लोग रिटायर होने के बारे में सोचते हैं, उस उम्र में ‘हारलैंड सैंडर्स’ एक पेट्रोल पंप की छोटी सी रसोई में, आटे और तेल से सने हुए, सड़क पर अनजान लोगों के लिए चिकन तल रहे थे।

उनके पास कोई आलीशान रेस्टोरेंट नहीं था, कोई बड़े निवेशक नहीं थे और न ही कोई सोशल मीडिया। बस सड़क के किनारे एक छोटी सी जगह, एक पुराना प्रेशर कुकर और जड़ी-बूटियों और मसालों का एक गुप्त मिश्रण, जिसे वे सालों से निखार रहे थे।

लोग पेट्रोल भरवाने के लिए रुकते थे… और चिकन के लिए ठहर जाते थे।

धीरे-धीरे बात फैलने लगी। ड्राइवर अपने दोस्तों को बताने लगे। परिवार वाले सिर्फ़ “उस पेट्रोल पंप के कुरकुरे चिकन” का स्वाद चखने के लिए रास्ते बदलने लगे। असफलताओं से भरे लंबे जीवन में पहली बार, सैंडर्स को लगा कि उन्हें कुछ सचमुच खास मिल गया है।

लेकिन, फिर विपत्ति आ गई।

एक नया राजमार्ग बन गया और गाड़ियाँ अब उनके पेट्रोल पंप के पास से नहीं गुजरती थीं। जगह नादार हो गई। 60 साल से अधिक उम्र में, उन्होंने लगभग सब कुछ खो दिया।

अधिकांश लोग हार मान लेते, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।

सरकार से मिलने वाली छोटी मासिक सहायता और अटूट आशा से भरे दिल के साथ, हारलैंड सैंडर्स ने एक बार फिर कोशिश करने का फैसला किया। उन्होंने अपना सफेद सूट पहना, अपना प्रेशर कुकर और मसाला मिश्रण लिया और एक-एक रेस्तरां में घूमना शुरु कर दिया।

उनका प्रस्ताव सीधा-सादा था : “मैं आपके लिए यह चिकन पकाऊँगा। अगर आपके ग्राहकों को यह पसंद आता है, तो आप मुझे बेचे गए हर टुकड़े पर एक छोटा सा शुल्क देंगे।”

कई लोगों ने मना कर दिया। कुछ हँसे। कुछ ने तो इसे चखने से भी इनकार कर दिया।

लेकिन वह लगे रहे। उन्होंने कई रातें अपनी कार में बिताईं। उन्होंने छोटे-छोटे रसोई घरों में अपना चिकन दोबारा गर्म किया। उन्होंने सैकड़ों बार अपना प्रस्ताव दोहराया। उन्हें इतनी बार “ना” सुनने को मिला कि अधिकांश लोग यह मान लेते कि दुनिया सही है और वे गलत हैं।

आखिरकार, किसी ने “हाँ” कह दी।

फिर दूसरे ने। फिर तीसरे ने।

ये छोटे-छोटे ‘हाँ” के पल धीरे-धीरे एक ‘फ्रैंचाइज़ सिस्टम’ में बदल गए।

सफ़ेद दाढ़ी और काली टाई पहने गैस स्टेशन का रसोइआ “कर्नल सैंडर्स” बन गया। चिकन का छोटा सा विचार दुनिया भर में मशहूर ब्रांड बन गया : केंटकी फ्राइड चिकन – ‘केएफसी।’

वह जवान नहीं था। वह अमीर नहीं था। वह “परिपूर्ण” नहीं था। वह बस एक ऐसा व्यक्ति था, जिसने एक बंद रास्ते को अपनी कहानी का अंत नहीं बनने दिया।

केएफसी (KFC) की कहानी से सीखें :

1. दोबारा शुरुआत करने के लिए आपकी उम्र कभी भी “बहुत ज़्यादा” नहीं होती।

कर्नल सैंडर्स ने 65 साल की उम्र में केएफसी (KFC) की शुरुआत की।

2. असफलता एक प्रतिक्रिया है, अंतिम निर्णय नहीं।

पेट्रोल स्टेशन खोने से उन्हें एक बड़ा अवसर तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा।

3. आदर्श परिस्थितियों का इंतज़ार न करें।

आदर्श, यानिकी सही परिस्थितियों का इंतज़ार करने के बजाय, वर्तमान क्षण को “सही बनाएं।” अपूर्णता को स्वीकार करें और अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए निरंतर प्रयास करते रहें।

उन्होंने अपने पास जो कुछ था, उसी से शुरुआत की : एक रेसिपी, एक प्रेशर कुकर, एक कार और हिम्मत।

4. अस्वीकृति रास्ते का हिस्सा है।

आज आपको जो “नहीं” सुनने को मिलता है, वह आपके मूल्य को परिभाषित नहीं करता – यह केवल आपको गलत दरवाजों से दूर रखता है।

5. आपका विचार जटिल होना ज़रुरी नहीं है।

एक सरल, बेहतरीन उत्पाद – फ्राइड चिकन ने उनकी पूरी ज़िंदगी बदल दी।

इसी के साथ हम इस Article को यही पूरा करते हैं। आशा करता हूँ कि “केएफसी (KFC)” की कहानी से आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। अगर आप इस Article से प्रेरित हुए हो, तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ यह जानकारी जरुर साझा करें एवं नई-नई जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट articletree.in को अवश्य विजिट करें। हमारे ब्लॉग पर आने के लिए आपका धन्यवाद !

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